नई दिल्ली: मध्य प्रदेश सियासत में उस वक्त तूफान खड़ा हो गया, जब कांग्रेस ने भाजपा पर कमलनाथ सरकार को अस्थिर करने के लिए उसके विधायकों की खरीदफरोख्त की कोशिश का आरोप लगायाकांग्रेस गठबंधन के 10 विधायकों के पाला बदलने की अटकलों के बीच कांग्रेस ने आरोप लगाया कि उसके लगाया कि उसके विधायकों को जबरदस्ती गुड़गांव के होटल में ले जाकर रखा गया। सरकार के दो मंत्री जयवर्धन सिंह और जीतू पटवारी मंगलवार आधी रात के बाद गुरुग्राम के होटल पहुंचे और विधायकों को वापस भोपाल लेकर गए। ___ भाजपा ने आरोपों से इनकार किया और इसे कांग्रेस की आपसी कलह बताया। सीएम कमलनाथ ने दावा किया कि उनकी सरकार पूरी तरह सुरक्षित है
एमपी के दो मंत्री मंगलवार आधी रात को गुड़गांव के होटल सेविधायकों को साथ ले गए उसे कोई खतरा नहीं है। दिग्विजय सिंह ने इस साजिश के पीछे पूर्व सीएम व भाजपा नेता शिवराज सिंह का हाथ बताया। बता दें, 230 विधायकों वाली मध्य प्रदेश असेंबली में फिलहाल 228 विधायक हैं। विधायकों के निधन से 2 सीटें खाली हैं। ऐसे में बहुमत का आंकड़ा 113 है। इनमें कांग्रेस के 114भाजपा के 107, बीएसपी के 2, एसपी का एक और चार निर्दलीय हैं।